मंगलवार, 3 मार्च 2009

बेशर्मी की हद है !

पाकिस्तान दौरे पर गई श्रीलंका क्रिकेट टीम पर हुए आतंकवादी हमले के बाद लाहौर के कमिश्नर ने कहा है कि इस हमले में भारत का हाथ हो सकता है ! यह तो बेशर्मी कि हद हो गई। पूरी दुनिया को पता है कि पाकिस्तान आतंकवाद का गढ़ है और आतंकियों को शरण और प्रशिक्षण देने के काम में लगा हुआ हैं । ताज्जुब कि बात है यह सब पता होते हुए भी लोग कैसे सरेआम झूठ बोल पाते हैं। यह तो वो बात हो गई कि आपने किसी को रंगे हाथ पकड़ लिया हो लेकिन वो तब भी यही कहे कि उसने कुछ नहीं किया बल्कि उसके हाथ पर तो उसके दुश्मनों ने रंग लगाया है । इस तरह किसी को सफेद झूठ बोलते हुए सुनकर एक ही बात मन में आती है कि अभी जाकर उसके मुंह पर दस-बीस तमाचे जड़ दूँ।

मैंने अपने किचन में गैस खुला छोड़ा और छोटे बच्चों को माचिस पकड़ा कर कहा कि खेलो। बच्चों ने मेरी इजाजत और प्रोत्साहन पाकर नया खेल शुरू किया, " आग-आग" । अब मेरे घर में आग लगी है लेकिन इसके लिए मैं नहीं मेरे पडौसी जिम्मेदार हैं । वाकई क्या बात है ! मुझे मेरी गलती नहीं माननी क्योंकि इससे मेरी बेवकूफी दुनिया को पता चलेगी इसलिए अपना दोष किसी और के माथे मढ़ दूँ तो मैं सुरक्षित हो जाऊँगा। गलती तो मुझे माननी नहीं इसलिए दूसरों पर इल्जाम लगाकर किसी कोने मैं छुपकर बैठ जाना चाहिए। लेकिन इससे क्या होगा ? जो बच्चे इस खेल मैं लग गए हैं उन्हें खेल खेलने दें ? आज मेरा फिर कल किसी और का घर यूँ ही जलाने दें ?

7 टिप्‍पणियां:

  1. आपका हिन्दी चिट्ठाजगत में हार्दिक स्वागत है. आपके नियमित लेखन के लिए अनेक शुभकामनाऐं.

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  2. अच्छा लिख लेते हो भाई..मेरी शुभकामनाएं...

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  3. आप सभी का धन्यवाद ।

    आप लोगों ने आगे बढ़कर एक परिवार की तरह मेरा स्वागत किया है और मैं इसके लिए सम्पूर्ण भड़ास परिवार का आभारी हूँ। एक नवजात की तरह मैं आपकी राहों मैं आया हूँ और आप सभी ने मेरे नन्हे से दिल को यह अहसास दिलाया है कि मुझे सँभालने के लिए कई हाथ तत्पर हैं। यदि मैं कहीं राहों में डगमगाया, किसी मोड़ पर लड़खड़ाकर गिरा तो मुझे सँभालने के लिए, मुझे सहारा देने के लिए कई मार्गदर्शक मेरे आसपास हैं। मुझे खुशी है कि मैंने एक बहुत ही अच्छे परिवार का साथ पाया है और मेरा प्रयास रहेगा कि में भी इस परिवार कि परम्परा को कायम रख सकूँ।

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  4. हिंदी ब्लॉग जगत में आपका हार्दिक स्वागत है ,आपके लेखन के लिए मेरी शुभकामनाएं ...........

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